मौनी अमावस्या स्नान पर अवकाश की मांग
सार्वजनिक अवकाश की मांग
प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मौनी अमावस्या स्नान पर प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की है। एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह के अनुसार, यह स्नान 29 जनवरी को महाकुंभ के अवसर पर पड़ रहा है, जो हर 144 साल में एक बार आता है।
महाकुंभ का महत्व
महाकुंभ का यह प्रमुख स्नान आम जनता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह पुण्य लाभ अर्जित करने का अनूठा अवसर है। एसोसिएशन का कहना है कि सार्वजनिक अवकाश से लोग इस पवित्र स्नान में भाग ले सकेंगे।
विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की मांग
विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से शिक्षकों और कर्मचारियों को तीन दिन का विशेष अवकाश देने की मांग की है। इसका उद्देश्य है कि शिक्षक और कर्मचारी अपने परिवार के साथ महास्नान में भाग ले सकें।
अवकाश की आवश्यकता
दोनों शिक्षक संघों का मानना है कि महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजन में भाग लेना हर व्यक्ति का अधिकार है। यह केवल व्यक्तिगत आस्था का विषय नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक परंपराओं को जीवित रखने का अवसर भी है।
निष्कर्ष
महाकुंभ का महत्व देखते हुए, शिक्षकों और आम जनता के लिए अवकाश की मांग वाजिब है। सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करते हुए सार्वजनिक अवकाश या विशेष छुट्टी का प्रावधान करना चाहिए, ताकि सभी इस महास्नान में भाग लेकर पुण्य लाभ अर्जित कर सकें।