राजकीय विद्यालयों में समूह ‘घ’ की नियुक्ति होगी निरस्त
बहराइच में अनियमित नियुक्तियों का मामला
बहराइच जिले के 53 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में समूह ‘घ’ के पदों पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की अनियमित नियुक्तियां करने का मामला उजागर हुआ है। डीएम बहराइच ने इन सभी नियुक्तियों को निरस्त करने के लिए शासन को पत्र भेज दिया है। इस निर्णय से 128 कर्मचारियों का भविष्य खतरे में पड़ गया है।
कैसे हुई गड़बड़ी?
जिले में 125 कर्मचारियों की नियुक्ति सर्विस प्रोवाइडर के माध्यम से की जानी थी। लेकिन जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) ने वित्त एवं लेखाधिकारी के साथ मिलकर नियमों का उल्लंघन करते हुए 125 के बजाय 128 नियुक्तियां कर दीं। इन नियुक्तियों के लिए कोई विज्ञापन भी नहीं निकाला गया।
जांच में उजागर हुई अनियमितताएं
मामले की शिकायत मिलने पर डीएम बहराइच ने मुख्य राजस्व अधिकारी की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित की। जांच में पाया गया कि:
- भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता का पालन नहीं किया गया।
- नियुक्तियों के लिए सेवा प्रदाता संस्था का चयन भी गलत तरीके से किया गया।
- भर्ती प्रक्रिया के लिए निदेशालय से अनुमति नहीं ली गई थी।
जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में इन अनियमितताओं की पुष्टि की है और नियुक्तियों को निरस्त करने की सिफारिश की है।
सेवा प्रदाता संस्थाओं की भूमिका
इस मामले में वीआईटी पुलिस लाइन बहराइच और केबीएस कंपनी बलरामपुर को नियुक्ति प्रक्रिया का जिम्मा सौंपा गया था। लेकिन जांच में पाया गया कि संस्था चयन प्रक्रिया पारदर्शी नहीं थी।
क्या कहती हैं डीएम?
“जांच में अनियमितताएं सामने आई हैं। सभी नियुक्तियों को निरस्त करने की रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। मामला अब शासन स्तर पर विचाराधीन है।”
– मोनिका रानी, डीएम बहराइच
आगे की कार्रवाई
फिलहाल, मामला