परिषदीय विद्यालयों में पारदर्शिता और गुणवत्ता के लिए होगा सोशल ऑडिट

परिषदीय विद्यालयों में पारदर्शिता और गुणवत्ता के लिए होगा सोशल ऑडिट

प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों में पारदर्शिता, जवाबदेही और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सोशल ऑडिट की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत अगले पांच वर्षों में प्रदेश के 1.33 लाख से अधिक विद्यालयों का सोशल ऑडिट किया जाएगा। पहले चरण के लिए 26,720 विद्यालय का चयन किया गया है।

शिक्षा में सुधार के लिए प्रभावी कदम

सोशल ऑडिट का कार्य प्रदेश की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटियों के सहयोग से किया जाएगा। इसमें शामिल हैं:

WhatsApp Channel Join Now
WhatsApp Group Join Now
Telegram Channel Join Now
  • लखनऊ विश्वविद्यालय
  • गोरखपुर विश्वविद्यालय
  • गोरखपुर तकनीकी विश्वविद्यालय
  • इंटीग्रल यूनिवर्सिटी
  • सुभारती विश्वविद्यालय

ऑडिट प्रक्रिया में विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावकों, स्थानीय समुदाय, और सभी हितधारकों को शामिल किया जाएगा। इसका उद्देश्य विद्यालयों में उपलब्ध संसाधनों, सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा करना है।

पहले चरण की तैयारी

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने बताया कि सोशल ऑडिट के पहले चरण की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके अंतर्गत:

  • 150 मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया गया है।
  • जनवरी में जिला और ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है।
  • 31 मार्च तक पहले चरण के सभी चयनित विद्यालयों का ऑडिट पूरा किया जाएगा।

सोशल ऑडिट से अपेक्षित लाभ

सोशल ऑडिट की रिपोर्ट के आधार पर विद्यालयों में सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे। यह पहल विद्यालयों में:

  • पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने,
  • शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने,
  • और बच्चों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध कराने

में मदद करेगी।

यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने और प्रदेश के विद्यालयों को आधुनिक और गुणवत्तापूर्ण बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top