महाकुंभ 2025: साइबर अपराध से बचने के लिए अलर्ट जारी
गृह मंत्रालय और इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर ने दी चेतावनी
महाकुंभ में साइबर ठगी का खतरा
प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ के नाम पर फर्जी वेबसाइट, ईमेल और लिंक बनाकर साइबर अपराधी श्रद्धालुओं को ठगने का प्रयास कर सकते हैं। होटल, टेंट, या यात्रा बुकिंग के दौरान फर्जी पोर्टल और लिंक के जरिए ठगी की घटनाओं की संभावना है। पुणे, तेलंगाना, और मुंबई जैसे कई राज्यों की साइबर सुरक्षा इकाइयों ने अपने नागरिकों को इस प्रकार की धोखाधड़ी से बचने के लिए सचेत किया है।
आईसी और साइबर दोस्त की एडवाइजरी
गृह मंत्रालय के अधीनस्थ आई 4 सी (इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर) ने महाकुंभ में साइबर अपराध से बचने के लिए आवश्यक सुझाव दिए हैं। आईसी के आधिकारिक एक्स हैंडल “CyberDost” से महाकुंभ को लेकर अलर्ट जारी किए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं को सलाह दी गई है कि:
- सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट और संपर्क नंबरों पर भरोसा करें।
- फर्जी लिंक, पोर्टल और वेबसाइट से बचें।
- ऑनलाइन बुकिंग के लिए भुगतान करते समय सतर्क रहें।
- किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।
साइबर अपराध से निपटने के लिए समन्वय
आई 4 सी को देश में साइबर अपराध रोकने के लिए नोडल एजेंसी बनाया गया है। इसका उद्देश्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों को साइबर अपराध के खिलाफ मजबूत ढांचा और इकोसिस्टम उपलब्ध कराना है। इसके साथ ही केंद्रीय एजेंसियां भी महाकुंभ में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष सावधानियां
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को सलाह दी गई है कि वे:
- फर्जी वेबसाइटों और ऑफरों से सावधान रहें।
- ऑनलाइन भुगतान के दौरान सुरक्षित नेटवर्क का उपयोग करें।
- अगर कोई संदिग्ध मेल, मैसेज या लिंक मिलता है, तो उसे अनदेखा करें और तुरंत रिपोर्ट करें।
