धरना दे रहे तदर्थ शिक्षकों से आज निदेशक करेंगे वार्ता
माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने 22 दिन बाद वार्ता के लिए दिखाई सहमति
धरने पर क्यों हैं तदर्थ शिक्षक?
लखनऊ में अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत तदर्थ शिक्षक अपनी मांगों को लेकर 22 दिन से धरने पर बैठे हैं। इन शिक्षकों की प्रमुख मांगें हैं:
- हाईकोर्ट के फैसलों का अनुपालन
- बचे हुए तदर्थ शिक्षकों का समायोजन
- बकाया वेतन का भुगतान
कड़कड़ाती ठंड में भी इन शिक्षकों ने अपने प्रदर्शन को जारी रखा है, लेकिन अब तक विभाग के अधिकारी उनसे बातचीत के लिए तैयार नहीं हुए थे।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक करेंगे वार्ता
माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने शुक्रवार को धरना दे रहे शिक्षकों से वार्ता करने की सहमति दी है। इस बैठक से समाधान का रास्ता निकलने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
शिक्षक माध्यमिक तदर्थ शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले निदेशालय में धरना दे रहे हैं। यह आंदोलन शिक्षा विभाग के प्रति उनकी नाराजगी को उजागर करता है, क्योंकि अब तक उनकी मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया था।
शिक्षकों की चेतावनी
धरने पर बैठे शिक्षकों ने चेतावनी दी थी कि अगर उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। इस चेतावनी के बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग के सुर बदलते नजर आ रहे हैं।
शिक्षकों का कहना है कि वे अपने अधिकारों के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।
Team Sarkari Kalam