आगरा: नकली घी बनाने वाली फैक्ट्रियों का भंडाफोड़
आगरा में तीन नकली घी फैक्ट्रियों का पर्दाफाश
उत्तर प्रदेश के आगरा में तीन अवैध फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ हुआ है, जो पतंजलि, अमूल और पारस जैसे बड़े ब्रांड्स के नाम पर नकली घी तैयार कर रही थीं। इन फैक्ट्रियों से नकली घी उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में सप्लाई किया जा रहा था।
नकली घी बनाने में खतरनाक सामग्री का इस्तेमाल
इन फैक्ट्रियों में नकली घी तैयार करने के लिए यूरिया, पाम ऑयल और अन्य खतरनाक केमिकल्स का उपयोग किया जा रहा था, जो न केवल घी की गुणवत्ता को प्रभावित करते थे, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद खतरनाक थे।
छापेमारी और खुलासा
2 जनवरी को पुलिस ने ताजगंज क्षेत्र में तीन फैक्ट्रियों पर छापा मारा। ये फैक्ट्रियां ‘श्याम एग्रो’ के नाम से पंजीकृत थीं और इनके मालिक ग्वालियर के नीरज अग्रवाल बताए गए हैं। ये फैक्ट्रियां इस प्रकार संचालित थीं:
- पहली फैक्ट्री में नकली घी तैयार किया जाता था।
- दूसरी फैक्ट्री में कच्चा माल रखा जाता था।
- तीसरी फैक्ट्री में तैयार घी का स्टॉक रखा जाता था।
छापेमारी में जब्त सामग्री
पुलिस ने छापेमारी के दौरान:
- 2500 किलोग्राम कच्चा माल और नकली घी।
- 18 बड़े ब्रांड्स के स्टिकर और पैकेजिंग सामग्री।
इसके अलावा, फैक्ट्री में काम कर रहे चार मजदूरों और एक मैनेजर को हिरासत में लिया गया।
उत्तर भारत में फैला हुआ था सप्लाई नेटवर्क
पूछताछ में खुलासा हुआ कि नकली घी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड जैसे राज्यों में सप्लाई किया जा रहा था। हाल ही में 50 टिन नकली घी मेरठ भेजा गया था। पुलिस ट्रक की जानकारी जुटाने में लगी है।
गुणवत्ता जांच और कानूनी कार्रवाई
नकली घी के सैंपल खाद्य विभाग को गुणवत्ता जांच के लिए भेजे गए हैं। डीसीपी सूरज कुमार राय ने कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और सप्लाई चेन का पूरा खुलासा किया जाएगा।
सावधानी और उपभोक्ता जागरूकता
यह घटना उपभोक्ताओं को खाद्य सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने की सीख देती है। ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे केवल विश्वसनीय और अधिकृत विक्रेताओं से ही सामान खरीदें। जब्त किए गए नकली घी की अनुमानित कीमत का आकलन किया जा रहा है।
आगरा पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल जनता की सुरक्षा सुनिश्चित की है, बल्कि बड़े ब्रांड्स की साख को बचाने में भी योगदान दिया है।