प्राइमरी और जूनियर स्कूल के शिक्षकों के म्यूचुअल तबादले पर नई नीति
Published on sarkariKalam
**नई नीति में तबादलों की शर्तें**
हाल ही में अंतःजनपदीय म्यूचुअल तबादलों के लिए जारी की गई नई नीति में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि
प्राइमरी स्कूल के हेड का विकल्प केवल प्राइमरी का हेड होगा और जूनियर स्कूल के सहायक अध्यापक का विकल्प
केवल जूनियर स्कूल का सहायक अध्यापक होगा।
इस बदलाव से शिक्षकों में असंतोष देखने को मिल रहा है। उनका कहना है कि जब ग्रेड और कैडर समान है, तो दोनों को एक-दूसरे की जगह
तबादला करने का विकल्प क्यों नहीं दिया जा सकता।
**शिक्षकों की आपत्तियां और तर्क**
शिक्षकों का कहना है कि प्राइमरी स्कूल के सहायक अध्यापक का प्रमोशन प्राइमरी का हेड या जूनियर हाईस्कूल के सहायक अध्यापक के रूप में होता है।
पहले तबादलों में भी दोनों के बीच विकल्प मौजूद था।
हाल ही में चली समायोजन प्रक्रिया के दौरान भी दोनों का समायोजन एक-दूसरे की जगह किया गया था। इससे यह स्पष्ट है कि विभाग
दोनों का कैडर समान मानता है। शिक्षकों का मानना है कि नई नीति में भी यही व्यवस्था बनाए रखनी चाहिए।
**ग्रेड समान, फिर विकल्प क्यों नहीं?**
शिक्षकों का कहना है कि जब ग्रेड समान है, तो दोनों के बीच विकल्प हटाने का कोई औचित्य नहीं है।
कम्पोजिट विद्यालयों में पहले से ही प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूल एक ही कैंपस में संचालित हो रहे हैं।
ऐसे में इस विकल्प से पढ़ाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक असोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि विकल्प की यह व्यवस्था
शिक्षकों को उनके घर के नजदीक स्कूल में स्थानांतरित होने का मौका देती है।
दूर-दराज के ब्लॉक में तैनात कई शिक्षकों को इससे राहत मिल सकेगी।
**शिक्षकों की मांग**
शिक्षकों ने विभाग से आग्रह किया है कि वह नई नीति में सुधार करे और
पुरानी व्यवस्था को बनाए रखे।
इससे शिक्षकों का मनोबल बढ़ेगा और उनके परिवार के साथ समय बिताने का अवसर भी मिलेगा।