एआइ के खतरे पर चेतावनी: नोबेल विजेता जेफ्री हिंटन ने कहा, 30 वर्ष में मानवता का सफाया हो सकता है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) के जनक और नोबेल विजेता जेफ्री हिंटन ने एआइ के खतरे को लेकर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि अगले 30 वर्ष में एआइ मानवता के सफाए का कारण बन सकती है।
एआइ के दुष्प्रभावों की आशंका बढ़ी
हिंटन ने पहले कहा था कि एआइ के कारण मानवता के सफाए की 10 प्रतिशत आशंका है, लेकिन जिस बेलगाम तरीके से एआइ का इस्तेमाल बढ़ रहा है, खतरा भी बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि एआइ के विकास की गति उनकी अपेक्षा से कहीं अधिक तेज है।
एआइ को नियंत्रित करने की आवश्यकता
हिंटन ने एआइ को नियंत्रित करने की आवश्यकता जताई है। उन्होंने कहा कि दुनिया के विभिन्न देशों की सरकारों को कानून बनाकर बड़ी कंपनियों को एआइ के सुरक्षित उपयोग और इसके खतरे से निपटने के लिए शोध करने पर मजबूर करना चाहिए।
एआइ के खतरों के बारे में खुलकर बात करने के लिए हिंटन ने गूगल छोड़ा
हिंटन ने पिछले साल गूगल छोड़ दिया था, ताकि वे एआइ के खतरों के बारे में खुलकर बात कर सकें। उन्हें अमेरिका के जान हापफील्ड के साथ संयुक्त रूप से इस वर्ष का फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार मिला है।