डॉलर के मुकाबले रुपया 85.48 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर
आरबीआई के हस्तक्षेप के बावजूद शुक्रवार को रुपया कमजोर हुआ।
रुपये की ऐतिहासिक गिरावट
डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 21 पैसे टूटकर शुक्रवार को 85.48 के अपने सार्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ। अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और बैंकों-आयातकों द्वारा डॉलर की बढ़ती मांग के कारण यह गिरावट दर्ज की गई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 85.31 के कमजोर स्तर पर खुला और दिनभर के कारोबार में 85.80 के रिकॉर्ड निचले स्तर तक गिर गया।
आरबीआई का हस्तक्षेप
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बाजार में हस्तक्षेप कर रुपये को संभालने की कोशिश की। हालांकि, इस प्रयास से गिरावट को पूरी तरह से रोका नहीं जा सका। कारोबार के अंत में रुपया 85.48 पर बंद हुआ।
रुपये में गिरावट के मुख्य कारण
- डॉलर की मजबूती: अमेरिकी मुद्रा के मजबूत प्रदर्शन से रुपये पर दबाव बढ़ा।
- बैंकों और आयातकों की मांग: डॉलर की बढ़ती मांग ने रुपये को कमजोर किया।
पिछली बड़ी गिरावट
रुपये में सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट 2 फरवरी 2023 को दर्ज की गई थी, जब यह 68 पैसे तक गिरा था।
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