बेसिक शिक्षकों को बड़ी राहत: जिले के अंदर परस्पर तबादले का रास्ता साफ
जनवरी के पहले पखवाड़े में प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद, ऑनलाइन आवेदन और शपथपत्र अनिवार्य।
तबादले की प्रक्रिया और समय-सारिणी
शासन ने बेसिक शिक्षकों के जिले के अंदर परस्पर तबादले के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। तबादला प्रक्रिया 31 दिसंबर से 14 जनवरी के बीच जाड़े की छुट्टियों में पूरी होने की संभावना है। शिक्षकों के तबादले ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से किए जाएंगे और आदेश भी ऑनलाइन ही जारी होंगे।
प्रमुख दिशा-निर्देश
- तबादले के इच्छुक शिक्षकों को आपसी सहमति का शपथपत्र अनिवार्य रूप से बीएसए कार्यालय में पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन के सात दिन के अंदर जमा करना होगा।
- शिक्षकों के खिलाफ कोई विभागीय जांच या अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं चल रही होनी चाहिए।
- सत्यापन में अभिलेखों के फर्जी पाए जाने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
तबादला प्रक्रिया की विशेषताएँ
जिले के अंदर परस्पर तबादले डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा पूरे किए जाएंगे।
- तबादले की प्रक्रिया जाड़े और गर्मी की छुट्टियों में पूरी की जाएगी।
- प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा 1 से 5 के लिए तैनात शिक्षकों के बीच भाषा, विज्ञान और गणित की बाध्यता नहीं होगी।
- परस्पर तबादले ग्रामीण सेवा संवर्ग से ग्रामीण सेवा संवर्ग और नगर सेवा से नगर सेवा संवर्ग में ही होंगे।
- अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत शिक्षकों को कार्यमुक्त करने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही तबादला संभव होगा।
कितने शिक्षकों को मिलेगा लाभ?
परिषदीय विद्यालयों में वर्तमान में 4.50 लाख शिक्षक तैनात हैं। पिछले साल जनवरी में तबादला प्रक्रिया पूरी होने पर 20,752 शिक्षकों को इसका लाभ मिला था।
इस बार भी लगभग इतने ही शिक्षकों को इसका लाभ मिलने की उम्मीद है। हालांकि, स्कूल-से-स्कूल तबादले के नियम से संख्या में थोड़ा बदलाव हो सकता है।
शिक्षकों के लिए बड़ी राहत
परस्पर तबादले से शिक्षकों को सुविधाजनक पोस्टिंग और उनकी पसंद के स्थान पर कार्य करने का अवसर मिलेगा। यह कदम शिक्षक समुदाय के लिए एक बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है।
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