यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट प्रायोगिक परीक्षाएं: सेल्फी और AI तकनीक की नई प्रक्रिया

**यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट प्रायोगिक परीक्षाएं: सेल्फी और AI तकनीक की नई प्रक्रिया** 
उत्तर प्रदेश बोर्ड की इंटरमीडिएट प्रायोगिक परीक्षाएं 23 जनवरी से 8 फरवरी तक दो चरणों में आयोजित की जाएंगी। इस बार बोर्ड ने परीक्षा प्रक्रिया में कुछ नई तकनीकों का उपयोग किया है:

1. **मोबाइल एप का उपयोग**: पहली बार, परीक्षकों को परीक्षा केंद्र के 200 मीटर दायरे में मोबाइल एप के माध्यम से प्रायोगिक परीक्षा के नंबर देने होंगे। इसके साथ ही परीक्षक को छात्रों के साथ एक सेल्फी भी एप पर अपलोड करनी होगी। 
2. **प्रायोगिक परीक्षा बैच**: एक दिन में प्रत्येक बैच में 40 छात्रों के प्रैक्टिकल होंगे, और अधिकतम 80 छात्रों का प्रैक्टिकल एक दिन में होगा। 
3. **AI तकनीक का इस्तेमाल**: बोर्ड परीक्षा केंद्रों में रखे प्रश्नपत्रों की निगरानी अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से की जाएगी। सीसीटीवी कैमरों में AI जोड़ने से, निर्धारित समय के बाहर किसी भी गतिविधि या कमरे के खुलने पर तत्काल कंट्रोल रूम को अलर्ट किया जाएगा। 

इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे की निगरानी भी जारी रहेगी। यदि परीक्षक को किसी प्रकार का दबाव महसूस होता है, तो वह एप से शिकायत कर सकते हैं। इसके साथ ही, यदि परीक्षक ने अनुचित लाभ लेने की कोशिश की, तो स्कूल के प्रधानाचार्य साक्ष्य के साथ शिकायत कर सकते हैं।

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