**पीएमश्री विद्यालयों में छात्राओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण: एक नई पहल**
भारत सरकार के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने छात्राओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए एक सराहनीय कदम उठाया है। **पीएमश्री योजना के तहत चयनित विद्यालयों में छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाएंगे।** इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को विपरीत परिस्थितियों में स्वयं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैयार करना है।
### **आत्मरक्षा प्रशिक्षण की अनूठी पहल**
राज्य परियोजना निदेशक कंचन वर्मा द्वारा बीएसए को भेजे गए एक पत्र के अनुसार, **शासन ने आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्वीकृति प्रदान की है।** यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पीएमश्री योजना की वार्षिक कार्ययोजना बजट के तहत आयोजित किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य छात्राओं को न केवल शारीरिक रूप से सक्षम बनाना है, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से भी मजबूत बनाना है ताकि वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकें।
### **किट के साथ होगा प्रशिक्षण**
आत्मरक्षा प्रशिक्षण को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए, **स्कूलों को विशेष किट उपलब्ध कराई जाएगी।** हर विद्यालय को किट के लिए 5,000 रुपये की राशि जारी की गई है। इस किट में छात्राओं की सुरक्षा और प्रशिक्षण के लिए जरूरी उपकरण जैसे पैड, क्रोचर पैड, हैंड गार्ड, चेस्ट गार्ड और एड़ी सपोर्टर शामिल होंगे। यह उपकरण छात्राओं को प्रैक्टिकल प्रशिक्षण देने में सहायक होंगे।
### **विद्यालयों का चयन और प्रशिक्षण का आयोजन**
यह कार्यक्रम पीएमश्री योजना से आच्छादित **उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों** में आयोजित किया जाएगा। इस प्रशिक्षण में छात्राओं को आत्मरक्षा के विभिन्न तरीकों और तकनीकों की जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षक छात्राओं को यह सिखाएंगे कि कैसे खतरे की स्थिति में आत्मविश्वास बनाए रखते हुए अपनी रक्षा की जाए।
### **सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम**
यह पहल बालिकाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम है। आत्मरक्षा के गुर सीखकर छात्राएं न केवल अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकेंगी, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी देंगी। इस कार्यक्रम से बालिकाओं के आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और वे किसी भी परिस्थिति में साहस और दृढ़ता के साथ खड़ी रह सकेंगी।
### **निष्कर्ष**
**आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम** देश की बेटियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। यह न केवल उनके शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक होगा, बल्कि उन्हें एक सुरक्षित और सशक्त भविष्य प्रदान करने में भी मदद करेगा। पीएमश्री योजना के तहत इस तरह के प्रयास समाज में बदलाव लाने और महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होंगे।