शिक्षकों का प्रदर्शन: बकाया मानदेय भुगतान की उठाई मांग

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**अल्पसंख्यक अधिकार दिवस पर मदरसा शिक्षकों का प्रदर्शन: बकाया मानदेय भुगतान की उठाई मांग** 

**लखनऊ:** अल्पसंख्यक अधिकार दिवस के अवसर पर मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने अपने आठ वर्षों से लंबित बकाया मानदेय की समस्या को लेकर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की। बुधवार को **ईको गार्डन** में एकत्रित शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर न्याय की गुहार लगाई। 

### **बकाया मानदेय का संकट और शिक्षकों की दुर्दशा** 
प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे **मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक एकता समिति** के प्रदेश अध्यक्ष **अशरफ अली उर्फ सिकंदर बाबा** ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मदरसों में आधुनिक शिक्षा देने वाले **21,546 शिक्षक** पिछले आठ वर्षों से मानदेय से वंचित हैं। 
उन्होंने कहा: 
> “सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है, लेकिन हमारे मानदेय का कोई समाधान नहीं हो रहा है। इस आर्थिक तंगी के कारण **250 से अधिक शिक्षकों की मौत** हो चुकी है।” 

### **मुख्यमंत्री से मुलाकात की कोशिशें विफल** 
अशरफ अली ने आरोप लगाया कि समिति द्वारा बार-बार मुख्यमंत्री से मुलाकात का समय मांगा गया, लेकिन संबंधित अधिकारी समय दिलाने में विफल रहे। उन्होंने इसे शिक्षकों के अधिकारों की उपेक्षा करार दिया। 

### **मदरसा शिक्षकों की मांगें** 
1. **लंबित मानदेय का तत्काल भुगतान**: शिक्षकों ने कहा कि वे पिछले आठ वर्षों से बकाया मानदेय के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 
2. **शिक्षकों की आर्थिक सुरक्षा**: मानदेय न मिलने से शिक्षकों और उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति बदहाल हो चुकी है। 
3. **सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करना**: शिक्षकों का आरोप है कि बार-बार दिए गए ज्ञापनों और आग्रहों को नजरअंदाज किया जा रहा है। 

### **आर्थिक तंगी के दुष्परिणाम** 
शिक्षकों ने बताया कि मानदेय न मिलने के कारण उन्हें कर्ज लेकर अपने परिवार का भरण-पोषण करना पड़ रहा है। प्रदर्शन के दौरान कई शिक्षकों ने अपनी आपबीती साझा करते हुए बताया कि आर्थिक तंगी के चलते उनके परिवारों में भूखमरी की स्थिति बन रही है। 

### **सरकार के रवैये पर सवाल** 
शिक्षकों ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार सिर्फ अल्पसंख्यक शिक्षकों को अनदेखा कर रही है। 
> “हम मदरसों में आधुनिक शिक्षा का प्रसार कर रहे हैं, लेकिन हमारे हक के लिए कोई सुनवाई नहीं हो रही।” 

### **आंदोलन की चेतावनी** 
शिक्षकों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को जल्द नहीं सुना गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। प्रदेश के अन्य जिलों के शिक्षक भी इस प्रदर्शन में शामिल होंगे और इसे राज्यव्यापी रूप दिया जाएगा। 

### **निष्कर्ष** 
मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों को आधुनिक शिक्षा देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। सरकार को इन शिक्षकों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर करना चाहिए। यदि उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया, तो यह न केवल शिक्षकों के लिए बल्कि शिक्षा व्यवस्था के लिए भी गंभीर चुनौती बन सकता है। 

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