### **अस्पतालों में अब ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर बदली जाएंगी चादरें**
**मैनपुरी:**
स्वास्थ्य विभाग ने जिले के अस्पतालों में मरीजों के उपचार को और **आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहल** से जोड़ने का अनोखा कदम उठाया है। अब अस्पतालों में मरीजों के बेड पर **ग्रह-नक्षत्रों और देवताओं के दिनों के अनुसार** चादरें बिछाई जाएंगी। इस नई पहल की शुरुआत **जिला अस्पताल** से की गई है।
### **देवताओं के दिनों के अनुसार रंगों का निर्धारण**
शासन ने यह निर्णय किया है कि अस्पतालों में इलाज के साथ-साथ मरीजों को उनके ग्रह-नक्षत्रों के अनुसार रंग की चादरें उपलब्ध कराई जाएं। यह व्यवस्था **भगवान भोलेनाथ, हनुमानजी, गणेश भगवान, विष्णु भगवान, माता रानी, शनिदेव और सूर्यदेव** के अनुसार की गई है।
**सीएमएस डॉ. मदनलाल** ने बताया कि इस व्यवस्था से मरीजों को उपचार के साथ **आध्यात्मिक संतुलन** भी प्राप्त होगा। उन्होंने जिला अस्पताल में **इंडोर वार्ड** और **इमरजेंसी वार्ड** के लिए सिस्टर इंचार्ज और इमरजेंसी प्रभारी को यह जिम्मेदारी सौंपी है कि बेड पर देवताओं के दिनों के हिसाब से चादरें बिछाई जाएं।
### **किस दिन कौन-सा रंग?**
– **सोमवार (भगवान भोलेनाथ का दिन):** सफेद चादर
– **मंगलवार (हनुमानजी का दिन):** नारंगी चादर
– **बुधवार (गणेश भगवान का दिन):** हरा रंग की चादर
– **बृहस्पतिवार (विष्णु भगवान का दिन):** पीली चादर
– **शुक्रवार (माता रानी का दिन):** गुलाबी चादर
– **शनिवार (शनिदेव का दिन):** नीली चादर
– **रविवार (सूर्यदेव का दिन):** लाल चादर
### **नए प्रयोग को लेकर अस्पताल प्रशासन उत्साहित**
यह व्यवस्था जिले में **प्रथम बार** लागू की गई है और अस्पताल प्रशासन का मानना है कि इससे मरीजों को मानसिक और भावनात्मक रूप से सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी। यह प्रयोग **सांस्कृतिक परंपराओं** के सम्मान के साथ स्वास्थ्य सेवाओं को नए आयाम पर ले जाने का प्रयास है।
**इमरजेंसी वार्ड** और **इंडोर वार्ड** में इस व्यवस्था का निरीक्षण करने के लिए प्रभारी अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। अब मरीजों को उपचार के दौरान उनके दिन के **देवता के अनुसार रंग की चादर** मिलने से उनके स्वास्थ्य लाभ में और मदद मिलने की उम्मीद की जा रही है।
### **समाज में सकारात्मक संदेश**
यह नई पहल स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहलुओं से जोड़ती है। अस्पतालों में ग्रह-नक्षत्रों के अनुसार चादरें बिछाने से **मरीजों और उनके परिजनों** को एक सकारात्मक संदेश जाएगा और वे मानसिक रूप से संतुलित और मजबूत महसूस करेंगे।
**निष्कर्ष:**
मैनपुरी जिला अस्पताल की यह नई योजना मरीजों को **शारीरिक और मानसिक** स्तर पर राहत देने का प्रयास है। ग्रह-नक्षत्रों के हिसाब से चादरों का उपयोग निश्चित रूप से एक अनोखी पहल है, जो आने वाले समय में **सकारात्मक प्रभाव** डाल सकती है।