### **सीटेट परीक्षा में फर्जीवाड़ा: दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते हुए 4 युवतियां और 6 लोग गिरफ्तार**
**प्रयागराज/सुल्तानपुर/जौनपुर/कानपुर।**
केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) में रविवार को बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। **दूसरे की जगह परीक्षा दे रही चार युवतियों समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया।** परीक्षा केंद्रों पर बॉयोमीट्रिक मिलान के दौरान यह गड़बड़ी पकड़ में आई।
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### **कहां-कहां हुआ फर्जीवाड़ा?**
1. **प्रयागराज:**
– कटरा के डीपी गर्ल्स इंटर कॉलेज में देवरिया की विंध्यवासिनी सिंह को मऊ की मंजू यादव की जगह परीक्षा देते पकड़ा गया।
– नैनी के शकुन विद्या निकेतन में महाराजगंज की पूजा गुप्ता को चित्रकूट की ममता देवी की जगह परीक्षा देते गिरफ्तार किया गया।
2. **जौनपुर:**
– जफराबाद स्थित चंद्रेज सिंह चिल्ड्रेन एकेडमी में आजमगढ़ की पूनम यादव की जगह कटघरा की मीरा चौहान परीक्षा देते पकड़ी गई।
– माउंड लिटेरा जी स्कूल फतेहगंज में खानपुर की ब्यूटी यादव की जगह खुटहन की शिखा यादव परीक्षा देती हुई मिली।
3. **कानपुर:**
– गोविंदनगर स्थित हरमिलाप स्कूल में बांदा के संदीप सिंह पटेल की जगह सिद्धार्थनगर के लोकेंद्र शुक्ला परीक्षा देते हुए पकड़े गए।
4. **सुल्तानपुर:**
– गोपाल पब्लिक स्कूल में प्रयागराज के प्रकाश वीर की जगह गाजीपुर के गौरव कुमार को परीक्षा देते गिरफ्तार किया गया।
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### **कैसे पकड़े गए फर्जी सॉल्वर?**
बॉयोमीट्रिक सत्यापन और केंद्र पर सख्ती के चलते फर्जी सॉल्वर पकड़े गए। परीक्षा केंद्रों पर फोटो और दस्तावेज का मिलान नहीं होने पर इनकी गतिविधियों पर शक हुआ। इसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई कर इन्हें गिरफ्तार किया।
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### **क्या है अगला कदम?**
पुलिस ने इन सभी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। परीक्षा आयोजकों ने कहा है कि इस तरह के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए और कड़े कदम उठाए जाएंगे।
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### **फर्जीवाड़े से बढ़ रही चिंता**
– **परीक्षाओं की साख पर सवाल:** इस घटना ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा की पारदर्शिता और साख पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
– **सख्त सुरक्षा की जरूरत:** यह मामला दर्शाता है कि परीक्षा केंद्रों पर निगरानी और सुरक्षा के उपायों को और सख्त करना होगा।
**निष्कर्ष:**
फर्जीवाड़े की यह घटना परीक्षा प्रक्रिया में सुधार और कड़ी निगरानी की मांग करती है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई से ही इस तरह के अपराधों पर रोक लगाई जा सकती है।