सीयूईटी 2025 में होंगे बड़े बदलाव: यूजीसी की विशेषज्ञ समिति ने की समीक्षा

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# **सीयूईटी 2025 में होंगे बड़े बदलाव: यूजीसी की विशेषज्ञ समिति ने की समीक्षा** 

**नई दिल्ली।** 
देशभर के विश्वविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली **कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी)** में अगले वर्ष बदलाव किए जाएंगे। **विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी)** ने इसके लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था, जिसने परीक्षा के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की है। 



### **पिछले अनुभवों के आधार पर होगा सुधार** 
यूजीसी के अध्यक्ष **जगदीश कुमार** ने बताया कि पिछले वर्षों के फीडबैक को ध्यान में रखते हुए परीक्षा प्रक्रिया में सुधार आवश्यक है। 2025 में होने वाले सीयूईटी (यूजी और पीजी) के लिए **विशेषज्ञ समिति** ने प्रश्नपत्र, पाठ्यक्रम, परीक्षा की अवधि, और अन्य पहलुओं पर विस्तृत जांच की है। 

यूजीसी जल्द ही इन सिफारिशों पर आधारित मसौदा प्रस्ताव जारी करेगा। इस प्रस्ताव में संशोधित दिशानिर्देशों का विवरण होगा, जिसे लेकर **छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और संस्थानों से सुझाव मांगे जाएंगे।** 



### **सीयूईटी ने बनाए समान अवसर** 
सीयूईटी की शुरुआत 2022 में हुई थी और तब से इसे छात्रों के बीच सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। यह परीक्षा विभिन्न शैक्षिक बोर्डों और सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए समान अवसर प्रदान करने में सफल रही है। 

**2023 में पंजीकृत उम्मीदवार:** 13,47,820 
**परीक्षा अपनाने वाले विश्वविद्यालय:** 283 

सीयूईटी ने प्रवेश प्रक्रिया को पारदर्शी और सुविधाजनक बनाया है, जिससे छात्रों और विश्वविद्यालयों दोनों को लाभ हुआ है। 



### **हाइब्रिड मोड का सफल प्रयोग** 
2024 में पहली बार **सीयूईटी को ‘हाइब्रिड मोड’** में आयोजित किया गया। इसने तकनीकी समाधान और पारंपरिक परीक्षा प्रणाली का संयोजन किया, जिससे परीक्षा और अधिक सुलभ और लचीली हो गई। विशेषज्ञ समिति अब इस मॉडल को और बेहतर बनाने पर काम कर रही है। 



### **संशोधित मानदंड जल्द होंगे लागू** 
यूजीसी अध्यक्ष ने बताया कि 2025 की परीक्षा के लिए दिशानिर्देश जल्द ही जारी किए जाएंगे। संशोधित मानदंडों का उद्देश्य छात्रों के लिए प्रक्रिया को और आसान और प्रभावी बनाना है। इन बदलावों से सीयूईटी का दायरा बढ़ेगा और यह ज्यादा छात्रों और विश्वविद्यालयों के लिए फायदेमंद होगा। 



### **विशेषज्ञ समिति की सिफारिशें** 
विशेषज्ञ समिति ने निम्नलिखित पहलुओं पर विचार किया है: 
1. **प्रश्नपत्रों की संख्या और संरचना।** 
2. **परीक्षा की अवधि को संतुलित करना।** 
3. **पाठ्यक्रम का समायोजन।** 
4. **परीक्षा प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाना।** 



### **छात्रों से चर्चा और सुझाव आमंत्रण** 
यूजीसी प्रमुख ने सीयूईटी 2024 में सफल छात्रों से बातचीत कर संभावित बदलावों पर चर्चा की। आयोग का कहना है कि **छात्रों और शिक्षकों के सुझाव** नए दिशा-निर्देश तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। 



### **निष्कर्ष** 
सीयूईटी 2025 के संभावित बदलाव न केवल परीक्षा प्रक्रिया को सरल बनाएंगे, बल्कि इसे और अधिक समावेशी और प्रभावी भी करेंगे। यूजीसी का यह कदम उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करने की दिशा में अहम साबित होगा। **सीयूईटी ने प्रवेश प्रक्रिया को पारदर्शी और समान अवसरों वाला मंच बनाकर एक नई शुरुआत की है।** 

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