पुरानी पेंशन बहाली समेत मांगों को लेकर यूपी शिक्षक संघ ने बनाई रणनीति
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट की कार्यकारिणी बैठक कंपनीबाग में जिला अध्यक्ष देवराज सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में संगठन के पदाधिकारियों ने पुरानी पेंशन बहाली समेत विभिन्न मांगों को लेकर आगामी रणनीति पर चर्चा की। यह निर्णय लिया गया कि 9 दिसंबर को जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा जाएगा।
पुरानी पेंशन बहाली मुख्य मुद्दा
बैठक में शिक्षक संघ ने पुरानी पेंशन बहाली को अपनी सबसे बड़ी प्राथमिकता बताया। पदाधिकारियों ने कहा कि शिक्षकों के हितों की अनदेखी अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिला अध्यक्ष देवराज सिंह ने कहा,
“शिक्षकों ने वर्षों से देश और समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाई है, लेकिन उनके अधिकारों की अनदेखी हो रही है। पुरानी पेंशन शिक्षकों का हक है और इसे बहाल कराना हमारी प्राथमिकता है।”
ज्ञापन के माध्यम से उठेंगी अन्य मांगें
बैठक में तय किया गया कि ज्ञापन के माध्यम से शिक्षकों की अन्य समस्याओं को भी सरकार के समक्ष रखा जाएगा। इसमें समय पर वेतन भुगतान, प्रोन्नति, और सेवा शर्तों में सुधार जैसी मांगें प्रमुख हैं।
संगठन के पदाधिकारियों की मौजूदगी
बैठक में संगठन के कई वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। संचालन मंत्री डीपी यादव ने किया, जबकि बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र वर्मा, प्रदेश आय-व्यय सुरेंद्र प्रताप सिंह, प्रदेश मंत्री तीर्थराज पटेल, मंडल अध्यक्ष मिथिलेश मौर्य, और मंडल मंत्री लक्ष्मी नारायण सिंह ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
आंदोलन को लेकर बढ़ा उत्साह
बैठक में उपस्थित शिक्षकों और पदाधिकारियों ने आगामी आंदोलन को लेकर एकजुटता और जोश दिखाया। संगठन के नेताओं ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र वर्मा ने कहा,
“हम शिक्षकों के अधिकारों के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। हमारी मांगें न केवल जायज हैं, बल्कि शिक्षकों के भविष्य के लिए आवश्यक भी हैं।”
यूपी शिक्षक संघ की इस बैठक ने सरकार को शिक्षकों की समस्याओं को गंभीरता से लेने का संदेश दिया है। पुरानी पेंशन बहाली और अन्य मुद्दों पर क्या निर्णय लिया जाएगा, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।
शिक्षकों की यह आवाज प्रदेश भर में गूंजने के लिए तैयार है।