**गोरखपुर: जिलाधिकारी ने शिक्षा और रैन बसेरा व्यवस्थाओं में सुधार को लेकर दिए सख्त निर्देश**
**गोरखपुर, निज संवाददाता।**
जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश ने मंगलवार को जनपद की शिक्षा व्यवस्था और रैन बसेरों की स्थिति सुधारने के लिए कड़े कदम उठाए। उन्होंने **23 अधिकारियों की टीम** के माध्यम से **202 विद्यालयों का औचक निरीक्षण** कराया, जिसमें बड़ी संख्या में अनियमितताएं उजागर हुईं। निरीक्षण के दौरान 46 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए, जिनका **एक दिन का वेतन रोकने** का निर्देश दिया गया।
### **विद्यालयों में सुधार पर जोर**
जिलाधिकारी ने स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम होने पर **बीएसए और एबीएसए से स्पष्टीकरण** मांगा और उन्हें **शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित** करने के लिए सचेत किया। डीएम ने कहा कि बच्चों की उपस्थिति में सुधार करना और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना प्रशासन की प्राथमिकता है।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जिन विद्यालयों में **स्मार्ट क्लास सक्रिय नहीं हैं**, उन्हें तत्काल चालू किया जाए। इसके अलावा, जहां-जहां **बाउंड्री वॉल नहीं बनी है**, वहां जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आदेश दिया गया। डीएम ने यह स्पष्ट किया कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और भविष्य में इस तरह के निरीक्षण नियमित रूप से जारी रहेंगे।
### **रैन बसेरों की व्यवस्थाओं में सुधार**
नगरीय क्षेत्रों में संचालित **12 रैन बसेरों** की स्थिति पर भी डीएम ने सख्त नजर रखी। मंगलवार शाम को इनका निरीक्षण कराया गया, जिसमें उन्होंने सभी रैन बसेरों को **24 घंटे क्रियाशील** रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि रैन बसेरों में **बुनियादी सुविधाएं** जैसे स्वच्छता, बिजली, और पानी की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित की जाए।
नगर मजिस्ट्रेट, अपर नगर मजिस्ट्रेट और तहसीलदार सदर ने मौके पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और रैन बसेरा संचालकों को जरूरी सुधार कार्यों के निर्देश दिए। डीएम ने जोर देकर कहा कि **गरीब और बेसहारा लोगों के लिए रैन बसेरे किसी भी समय उपलब्ध और सुसज्जित रहने चाहिए।**
### **प्रशासन की प्रतिबद्धता**
डीएम कृष्णा करूणेश ने कहा कि इस तरह के निरीक्षणों का उद्देश्य न केवल व्यवस्थाओं में सुधार लाना है, बल्कि अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सजग करना भी है। शिक्षा और रैन बसेरों में सुधार के यह कदम प्रशासन की **जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता** को दर्शाते हैं।
जिलाधिकारी के इन कड़े निर्देशों से स्पष्ट है कि गोरखपुर में शिक्षा और अन्य जनसुविधाओं में सुधार के लिए प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है। आने वाले समय में इस मुहिम के और भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।

