प्रधानाध्यापक का व्यवहार सुर्खियों में: मानसिक स्थिति पर उठे सवाल, जांच शुरू, चप्पल फेंकती दिखी..देखिए पूरी खबर …

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**प्रधानाध्यापक का व्यवहार सुर्खियों में: मानसिक स्थिति पर उठे सवाल, जांच शुरू** 

**हरगांव (सीतापुर):** 
हरगांव के प्राथमिक विद्यालय नवीनगर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसका वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। वीडियो में विद्यालय की प्रधानाध्यापक नईमा खातून एक सहायक अध्यापक उस्मान पर चप्पल फेंकती नजर आ रही हैं। यह घटना न केवल स्कूल स्टाफ बल्कि बच्चों और अभिभावकों के बीच भी भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर रही है। 



### **क्या है घटना?** 
125 पंजीकृत बच्चों वाले इस विद्यालय में प्रधानाध्यापक के अलावा तीन सहायक अध्यापक और एक शिक्षामित्र तैनात हैं। 
– वीडियो में नईमा खातून बच्चों के बीच बैठकर अचानक चप्पल निकालकर सहायक अध्यापक उस्मान पर फेंकती नजर आ रही हैं। 
– सहायक अध्यापक उस्मान का कहना है कि प्रधानाध्यापक का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है और उनका इलाज चल रहा है। 



### **पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं** 
यह पहली बार नहीं है जब प्रधानाध्यापक का व्यवहार चर्चा का विषय बना हो: 
1. **छात्रा को मारी चप्पल**: एक माह पहले प्रधानाध्यापक ने कक्षा 3 की छात्रा को चप्पल मारी थी। बाद में छात्रा के परिवारजनों के हस्तक्षेप पर प्रधानाध्यापक ने उसके पैर छूकर माफी मांगी। 
2. **स्टाफ से विवाद**: स्टाफ के अन्य सदस्यों और अभिभावकों से झगड़े के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। 
3. **पुलिस हस्तक्षेप**: दो बार पुलिस को भी बुलाना पड़ा। 
4. **दंडात्मक कार्रवाई**: उच्च अधिकारियों ने उन्हें पहले ही प्रतिकूल प्रविष्टि दी है और वार्षिक वेतन वृद्धि भी अवरुद्ध की जा चुकी है। 



### **बच्चों की सुरक्षा पर सवाल** 
विद्यालय स्टाफ और अभिभावकों का कहना है कि प्रधानाध्यापक के व्यवहार से बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता बनी हुई है। 
– बच्चों का पढ़ाई का माहौल पूरी तरह बिगड़ चुका है। 
– प्रधानाध्यापक का विद्यालय आने-जाने का समय अनिश्चित रहता है, जिससे विद्यालय में अनुशासनहीनता का माहौल है। 



### **अधिकारियों की प्रतिक्रिया** 
**रमाकांत मौर्य (खंड शिक्षा अधिकारी, हरगांव):** 
“प्रधानाध्यापक का व्यवहार जांच में अनुचित पाया गया है। उनकी मानसिक स्थिति को लेकर रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को भेज दी गई है।” 

**अखिलेश प्रताप सिंह (बीएसए, सीतापुर):** 
“प्रधानाध्यापक की शिकायतों पर पूर्व में भी कार्रवाई की जा चुकी है। यदि सुधार नहीं हुआ तो मेडिकल बोर्ड से जांच कराकर सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी।” 



### **अभिभावकों और स्टाफ की मांग** 
स्थानीय अभिभावक और स्कूल स्टाफ प्रधानाध्यापक को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है, और ऐसे माहौल में पढ़ाई संभव नहीं है। 



### **निष्कर्ष** 
विद्यालय शिक्षा और अनुशासन का केंद्र होता है, लेकिन नवीनगर के प्राथमिक विद्यालय में मौजूदा स्थिति ने इस आधार को हिला दिया है। **अधिकारियों को इस समस्या पर जल्द से जल्द ठोस कदम उठाकर बच्चों और स्टाफ को सुरक्षित माहौल प्रदान करना चाहिए।** प्रधानाध्यापक के मानसिक स्वास्थ्य की गंभीरता को देखते हुए उचित चिकित्सा और वैधानिक कार्रवाई आवश्यक है। 

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