**आउटसोर्सिंग कंपनी ने किया लाखों का घोटाला: भविष्य निधि धनराशि हड़पने का मामला उजागर**
नगर पंचायत में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के भविष्य निधि (ईपीएफ) में लाखों रुपये के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। कर्मचारियों की शिकायत पर अधिशाषी अधिकारी (ईओ) की जांच में यह बड़ा वित्तीय गबन सामने आया है। मामले में लखनऊ स्थित **जीसो ग्लोबल आईसोर्स ओसियन प्राइवेट लिमिटेड** पर धनराशि हड़पने का आरोप है। ईओ ने कंपनी को नोटिस जारी कर भविष्य निधि की संपूर्ण धनराशि तुरंत जमा करने या एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी है।
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### **ठेका कार्य के नाम पर घोटाला**
लखनऊ की जीसो ग्लोबल आईसोर्स ओसियन प्राइवेट लिमिटेड को नगर पंचायत के कार्यों के लिए आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की आपूर्ति का ठेका मिला था। कंपनी ने दिसंबर 2023 से अप्रैल 2024 तक के **ईपीएफ चालान** के फर्जी वाउचर बनाकर नगर पंचायत प्रशासन को जमा कर दिए।
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### **कर्मचारियों की शिकायत से हुआ खुलासा**
कर्मचारियों ने जब अपने बैंक खातों में ईपीएफ का पैसा जमा न होने की शिकायत की, तो अधिशाषी अधिकारी खुशबू यादव ने मामले की जांच कराई। जांच में पाया गया कि फर्म ने कुल 10,10,584 रुपये के चालान दिखाए थे, लेकिन असल में केवल **2,24,527 रुपये** कर्मचारियों के खातों में जमा किए गए।
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### **7.85 लाख रुपये के गबन की पुष्टि**
ईओ की जांच में स्पष्ट हुआ कि फर्म ने **7,85,988 रुपये** का गबन किया है। इसके अलावा, **मई 2024 से अक्टूबर 2024 तक** के कर्मचारियों के भविष्य निधि की धनराशि **13,60,188 रुपये** भी कंपनी द्वारा अब तक जमा नहीं की गई। कुल मिलाकर यह घोटाला लाखों रुपये तक पहुंच गया है।
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### **कंपनी को नोटिस और कानूनी चेतावनी**
अधिशाषी अधिकारी ने जीसो ग्लोबल को पत्र लिखकर समस्त ईपीएफ धनराशि कर्मचारियों के खातों में जमा करने का निर्देश दिया है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि धनराशि तुरंत जमा नहीं की गई, तो कंपनी के खिलाफ **एफआईआर दर्ज** कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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### **प्रशासन की सख्ती और कर्मचारियों की राहत**
घोटाले का खुलासा होने के बाद पंचायत प्रशासन ने आउटसोर्सिंग कंपनी को फर्जीवाड़े के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। कर्मचारियों के भविष्य निधि का पैसा सुरक्षित रूप से उनके खातों में पहुंचाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
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### **निष्कर्ष**
यह मामला न केवल प्रशासनिक प्रणाली की चूक को उजागर करता है, बल्कि आउटसोर्सिंग कंपनियों की अनियमितताओं पर सवाल खड़ा करता है। भविष्य निधि, जो कर्मचारियों की भविष्य सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, में इस प्रकार की धोखाधड़ी गंभीर चिंता का विषय है। उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले में सख्त कदम उठाकर कर्मचारियों को उनका अधिकार दिलाएगा।
