**पूर्वोत्तर रेलवे पेंशनर्स एसोसिएशन प्रयागराज रामबाग की मासिक बैठक**
पूर्वोत्तर रेलवे पेंशनर्स एसोसिएशन प्रयागराज रामबाग की मासिक बैठक गुरुवार को सिविल लाइंस स्थित लोको कॉलोनी में आयोजित की गई। इस बैठक में पेंशनरों के विभिन्न मुद्दों और लंबित मांगों पर चर्चा की गई, जो उनके जीवनस्तर को बेहतर बनाने और उनके अधिकारों की सुरक्षा से संबंधित हैं। बैठक में पेंशनरों के हितों को प्राथमिकता दी गई, और सरकार से इन मुद्दों के समाधान के लिए जल्द से जल्द कदम उठाने की अपील की गई।
बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ, जिनमें प्रमुख रूप से आठवें वेतन आयोग का गठन, पुरानी पेंशन योजना की बहाली, पेंशन को आयकर से मुक्त करने, कोरोनाकाल के दौरान फ्रीज महंगाई भत्ते की बहाली, जून माह में सेवानिवृत्त पेंशनरों को नोशनल इंक्रीमेंट, और पेंशन काम्युटेशन की कटौती पर न्यायालय के आदेश को लागू करने की मांग की गई। इन सभी मुद्दों को पेंशनर्स के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है, और इन पर सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की गई।
बैठक की अध्यक्षता राजेश यादव ने की, जबकि संचालन योगेन्द्र कुमार पांडेय ने किया और आभार डीएन पांडेय ने व्यक्त किया। बैठक में सभी सदस्यों ने इन मुद्दों पर अपनी आवाज उठाई और सर्वसम्मति से 17 दिसम्बर को ‘पेंशनर्स दिवस’ मनाने का निर्णय लिया। यह आयोजन ‘यूनाइटेड फोरम ऑफ पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन’ के बैनर तले होगा, जो पेंशनरों के अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट होकर आवाज उठाएगा।
इस बैठक में कई प्रमुख सदस्य भी उपस्थित थे, जिनमें सुशील कुमार श्रीवास्तव, एके भारद्वाज, आरएन तिवारी, आरपी उपाध्याय, लियाकत अली, मुन्ना, डीएन उपाध्याय, और उदय चंद्र सोनकर आदि शामिल थे। इन सभी ने पेंशनरों के लिए उनके अधिकारों की सुरक्षा और लंबित मांगों के निस्तारण की आवश्यकता पर जोर दिया।
पूर्वोत्तर रेलवे पेंशनर्स एसोसिएशन के इस बैठक ने पेंशनरों के हितों की रक्षा और उनकी समस्याओं के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, और अब सभी की नजरें आगामी 17 दिसम्बर पर होंगी, जब पेंशनर्स दिवस मनाया जाएगा।