### तीन-लेयर मास्क के अधिक उपयोग से स्वास्थ्य पर पड़ सकता है नकारात्मक प्रभाव
**लखनऊ:** बढ़ते प्रदूषण के कारण लोग तीन-लेयर मास्क का अधिक उपयोग कर रहे हैं, लेकिन इसके स्वास्थ्य पर संभावित नकारात्मक प्रभाव सामने आ रहे हैं। एक हालिया अध्ययन में पाया गया है कि लंबे समय तक तीन-लेयर मास्क पहनने से शरीर में ऑक्सीजन के स्तर में कमी हो सकती है। साथ ही, यह श्वसन दर पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
### **शोध के निष्कर्ष**
यह तथ्य केंद्रीय औषधीय एवं फिजियोलॉजी विभाग द्वारा किए गए अध्ययन में सामने आया, जो प्रतिष्ठित *इंटरनेशनल जर्नल ऑफ हेल्थ साइंसेज एंड रिसर्च* में प्रकाशित हुआ है। अध्ययन के अनुसार, मास्क के लगातार और लंबे समय तक उपयोग से शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित होती है, जिससे सांस लेने की समस्याएं बढ़ सकती हैं।
### **प्रदूषण और मास्क का उपयोग**
लखनऊ सहित अन्य शहरों में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। इसके चलते लोग मास्क का उपयोग बढ़ा रहे हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि मास्क का सही तरीके और सीमित समय के लिए उपयोग किया जाना चाहिए।
### **डॉक्टरों की सलाह**
डॉक्टरों का कहना है कि मास्क का उपयोग करते समय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन मिल रही है। विशेष रूप से सांस के रोगियों को मास्क के उपयोग में अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।
### **अध्ययन की सिफारिशें**
शोधकर्ताओं ने यह सिफारिश की है कि मास्क का उपयोग केवल प्रदूषण या संक्रमण वाले स्थानों पर ही किया जाए। अन्य स्थानों पर मास्क को लगातार पहनने से बचने की सलाह दी गई है।
### **समाधान और जागरूकता**
जनता को मास्क के उपयोग से संबंधित सही जानकारी देने और प्रदूषण के समाधान पर जोर देने की आवश्यकता है। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दीर्घकालिक उपाय अपनाए जाने चाहिए ताकि लोग श्वसन संबंधी समस्याओं से बच सकें।
**निष्कर्ष:** तीन-लेयर मास्क प्रदूषण और संक्रमण से बचाव का एक महत्वपूर्ण उपाय है, लेकिन इसके अत्यधिक उपयोग से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। लोगों को मास्क के उपयोग में संतुलन और सावधानी बरतनी चाहिए।
