शैक्षिक सत्र 2024-25 के लिए विद्यालयों में अकादमिक गतिविधियों के संबंध में उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग या अन्य राज्यों के शिक्षा विभागों द्वारा जारी निर्देश प्रत्येक वर्ष की शुरुआत में जारी किए जाते हैं। इसमें निम्नलिखित मुख्य बिंदुओं पर ध्यान दिया जाता है:
1. शैक्षणिक कैलेंडर का निर्धारण:
शैक्षिक सत्र की शुरुआत और समाप्ति की तिथियां।
ग्रीष्मकालीन, शीतकालीन और अन्य अवकाश का निर्धारण।
परीक्षाओं और परिणामों की तिथियां।
2. अकादमिक गतिविधियों की योजना:
शिक्षकों द्वारा पाठ्यक्रम पूरा करने की समयसीमा।
सह-शैक्षिक गतिविधियां जैसे खेल, कला, विज्ञान मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रम।
दैनिक समय-सारणी का निर्धारण।
3. पाठ्यक्रम एवं मूल्यांकन:
एनसीईआरटी/एससीईआरटी द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम का पालन।
मासिक, त्रैमासिक और वार्षिक मूल्यांकन।
‘निपुण भारत’ मिशन और बुनियादी साक्षरता व संख्या ज्ञान पर जोर।
4. शिक्षक प्रशिक्षण और कार्यशालाएं:
शिक्षकों के लिए नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम।
नई शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के तहत आवश्यक कौशल विकास।
5. विद्यालय में नामांकन और उपस्थिति:
शत-प्रतिशत नामांकन और नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान।
ड्रॉपआउट रोकने और समुदाय को जोड़ने के प्रयास।
6. डिजिटल शिक्षा और नवाचार:
शिक्षण के लिए डिजिटल उपकरण और स्मार्ट क्लास का उपयोग।
बच्चों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ने के प्रयास।
7. मिड-डे मील (मध्याह्न भोजन):
गुणवत्तापूर्ण और पोषणयुक्त भोजन की व्यवस्था।
बच्चों की स्वास्थ्य जांच और पोषण स्तर बनाए रखना।
8. स्वच्छता और स्वास्थ्य जागरूकता:
‘स्वच्छ विद्यालय अभियान’ के तहत स्वच्छता बनाए रखना।
स्वास्थ्य और सुरक्षा उपायों का पालन।
यह विवरण राज्य और केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचनाओं पर निर्भर करता है। यदि आपको किसी विशेष राज्य का शैक्षिक सत्र संबंधी सटीक विवरण चाहिए, तो संबंधित शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर देखें या संपर्क करें।
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TEAM SARKARIKALAM✍🏻