गुरु नानक जयंती और कार्तिक पूर्णिमा दोनों ही महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहार हैं, विशेषकर हिंदू और सिख समुदायों में। दोनों त्यौहार कार्तिक मास की पूर्णिमा को मनाए जाते हैं, लेकिन इनका अलग-अलग धार्मिक महत्व है।
1. गुरु नानक जयंती
गुरु नानक देव जी का जन्मदिन ‘गुरु नानक जयंती’ या ‘प्रकाश पर्व’ के रूप में मनाया जाता है। गुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु थे। इस दिन सिख समुदाय के लोग गुरुद्वारों में विशेष पूजा, कीर्तन, और लंगर का आयोजन करते हैं। इस दिन गुरुद्वारों में ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ का अखंड पाठ किया जाता है और प्रभात फेरी का आयोजन भी होता है।
2. कार्तिक पूर्णिमा
कार्तिक पूर्णिमा हिंदू धर्म में भी बहुत महत्वपूर्ण है। इसे ‘देव दीपावली’ के रूप में भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार धारण किया था और इसी दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध कर तीनों लोकों को अत्याचार से मुक्त किया था। कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा और अन्य पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व है। कई लोग इस दिन दान-पुण्य भी करते हैं।
इन दोनों त्यौहारों का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है, और पूरे भारत में इन्हें श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है।
नीचे क्लिक करके अवकाश तालिका डाउनलोड करें.
https://drive.google.com/file/d/1IpzZaI7TsXJg3mtyBM09ApV2Eq2Qc93T/view?usp=drivesdk
TEAM SARKARIKALAM✍🏻