दिल्ली: देश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज बदलने लगा है। उत्तर में जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में मंगलवार रात से पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखना शुरू हुआ है। वहीं, पूर्व में बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन से तटीय क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। दक्षिणी राज्यों में भी बारिश जारी है।
दिल्ली और उत्तर भारत के बड़े हिस्से में बुधवार को अचानक स्मॉग की चादर छा गई, जिसे कई लोगों ने कोहरा समझा, लेकिन यह धुंध और प्रदूषण का मिश्रण है। गुजरात और राजस्थान से आ रही हवा के कारण दिल्ली में स्मॉग बढ़ा है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, अगले दो दिनों में उत्तर-पश्चिम से आने वाली हवाओं के कारण तापमान में और गिरावट आएगी। हालांकि, ठंड का अधिक प्रभाव तब दिखाई देगा जब पहाड़ों में भारी बर्फबारी होगी।
गुरुवार को एक और पश्चिमी विक्षोभ उत्तर के पहाड़ों में पहुंच सकता है। फिलहाल, कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के कारण ठंड का असर कम है। पहले के वर्षों में 15 नवंबर से पहले तक कई बार पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान गिर चुका होता था, लेकिन इस साल ऐसा नहीं हो सका। बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के चलते आंध्र प्रदेश से लेकर तेलंगाना, ओडिशा और छत्तीसगढ़ तक इसका असर देखा जा सकता है।
निजी एजेंसी स्काइमेट के अनुसार, दिल्ली की ओर आने वाली हवा की गति धीमी होने से प्रदूषण बना हुआ है और आसमान साफ नहीं हो पा रहा है।