परिषदीय प्री-प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के अभिभावकों को उनके समग्र विकास और सकारात्मक माहौल बनाए रखने के लिए मार्गदर्शन देने हेतु “माता उन्मुखीकरण कार्यक्रम” शुरू किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत अभिभावकों को बच्चों की अच्छी देखभाल, उन्हें अच्छे और बुरे में अंतर समझाने, दिनचर्या को सही रखने, मोबाइल और टीवी का सीमित उपयोग करने जैसे पहलुओं पर प्रशिक्षित किया जाएगा। स्कूली शिक्षा महानिदेशालय ने इस कार्यक्रम के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिससे माता-पिता बच्चों को नैतिकता का पाठ और अच्छी आदतें सिखा सकें।
कार्यक्रम के दौरान, अभिभावक-शिक्षक बैठकों में बच्चों के पिता भी आमंत्रित किए जाएंगे और उन्हें बच्चों की जिम्मेदारी को समझने के लिए प्रेरित किया जाएगा। यह पहल उन अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई और होमवर्क में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करेगी, जो अभी तक बच्चों के विद्यालयी कार्यों में सीमित योगदान देते हैं।