प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के बाहर अभ्यर्थियों का धरना मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। आयोग के अधिकारियों के समझाने के बावजूद अभ्यर्थी अपनी मांगों पर अड़े रहे। अब सभी की नजरें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हैं, जिनसे इस मुद्दे पर हस्तक्षेप की उम्मीद की जा रही है।
सोमवार रात से ही गेट नंबर दो के सामने अभ्यर्थी धरने पर बैठे रहे और मंगलवार को भी हजारों की संख्या में अभ्यर्थी वहां जमा हुए। पुलिस आयुक्त तरुण गाबा, डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ और आयोग के सचिव अशोक कुमार ने अभ्यर्थियों से बातचीत कर समाधान निकालने का प्रयास किया। वार्ता के लिए एक प्रतिनिधिमंडल को भी बुलाया गया, लेकिन अभ्यर्थियों ने इसे अस्वीकार कर दिया।
**आयोग का नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला**
आयोग ने अपने नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूले के बारे में स्पष्ट किया कि जब किसी एक विज्ञापन के अंतर्गत परीक्षा एक से अधिक दिन या पाली में आयोजित होती है, तो मूल्यांकन के लिए नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया का उपयोग जरूरी होता है। देश के कई प्रतिष्ठित भर्ती निकायों और आयोगों में भी इस प्रक्रिया को अपनाया जाता है।
अभ्यर्थी एक ही दिन में परीक्षा कराने और नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। धरना स्थल पर आयोग के अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी की गई, और उन्हें “गुमशुदा” बताने वाले पोस्टर भी लगाए गए।